मेहंदी के औषधीय गुणों का भी उठाएं लाभ
मेहंदी को हिना भी कहा जाता है और इसे सौंदर्य एवं खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि मेहंदी केवल हाथों और बालों आदि को रंगने के ही काम आती है तो आप गलत समझते हैं और आप इसके औषधीय गुणों से अनजान हैं।
क्योंकि मेहंदी औषधीय गुणों से भरपूर होती है तथा अनेक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में आपकी मदद करने का दम रखती है।
अतः आप मेहंदी के उपयोग से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ उठा सकते हैं।
मेहंदी के पौधे के सभी भागों, जैसे कि पत्तियों, फूलों, बीजों, जड़, तना आदि में औषधीय गुण मौजूद पाए जाते हैं।
इसके एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट आदि गुणों के कारण ही इसका प्रसाधन सामग्री बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
अधिकांशतः इसके पाउडर या ताजा पत्तियों का उपयोग किया जाता है। आइए, जाने कि आप इसके औषधीय गुणों उपयोग का किन-किन रोगों के उपचार में कर सकते हैं।
१] पेट की अल्सर
मेहंदी की तासीर ठंडी होती है और यह शरीर में व्याप्त पित्त की गड़बड़ी को ठीक करती है। इसके प्रभाव से एसिडिटी में आराम मिलता है और साथ ही यह जठरीय रस के स्राव को नियंत्रित भी करती है। इसी के परिणामस्वरूप पेट व आंतों की अल्सर में आराम मिलता है।
२] बुढ़ापे के संकेतों की रोकथाम
मेहंदी के तेल के इस्तेमाल से बुढ़ापे के संकेतों तथा झुर्रियों की रोकथाम में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल तथा एंटीवायरल तत्व त्वचा से संबंधित कई समस्याओं से निजात दिलाते हैं।
चेहरे पर मौजूद भद्दे निशानों को हटाते हैं तथा त्वचा को स्वस्थ व सुंदर बनाते हैं।
३] नींद से संबंधित विकारों का निदान
मेहंदी के तेल की मात्र कुछ बूंदें अपने भोजन में शामिल करके आप नींद से संबंधित विकारों को दूर कर सकते हैं। इसके उपभोग से अनिद्रा तथा बेचैनी दूर होगी तथा भरपूर नींद आएगी। यह शरीर व दिमाग के लिए भी फायदेमंद रहता है।
४] दिल के दौरे या स्ट्रोक से बचाव
मेहंदी के पानी या इसके बीजों के उपयोग से आप हाइपोटेंसिव इफेक्ट या रक्तचाप प्रभाव का सुख पा सकते हैं। यह ह्रदय की धमनियों के तनाव को कम करके दिल के दौरे या स्ट्रोक से बचाव करती है। यह धमनियों में पट्टिका बनने से रोकने में भी मदद करती है।
५] सिरदर्द का इलाज में मदद
मेहंदी के उपयोग से आप सिरदर्द से निजात भी पा सकते हैं। इसमें एंटीइनफ्लेमेट्री गुण मौजूद होने के कारण यह तनाव को कम करती है तथा सिरदर्द से आराम देती है। इसके प्रभाव से कोशिकाओं में स्वस्थ रक्त का प्रवाह होने से भी सिरदर्द एवं माइग्रेन से आराम मिलता है।
६] त्वचा रोगों के उपचार में मदद
मेहंदी में मौजूद रोपण व उपचारात्मक गुण तथा इसकी शीतल प्रकृति त्वचा की खुजली,पित्तिका, एलर्जी, घावों आदि के उपचार में मदद करते हैं। इसके अलावा सूजन आदि से भी राहत देते हैं। गुलाब जल में मेहंदी की ताज़ा पत्तियों का लेप बनाकर त्वचा पर लगाने से काफी राहत मिल सकती है। आप इस लेप को 1-2 घंटे तक त्वचा पर लगाने के उपरांत सादे पानी से धो सकते हैं।
इन सारी स्वास्थ्य समस्याओंमे मेहँदी का उपयोग कैसे करें इसकी जानकारी जल्द ही अगले लेख में दी जाएगी।
टीम ‘मन की बात’: कृष्ण कुमार योगी
अपने दोस्तों में लेख शेअर करें मनाचेTalks हिन्दी आपके लिए ऐसी कई महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ लेके आ रहा है। हमसे जुड़ने के लिए हमारा फेसबुक पेज मनाचेTalks हिन्दी को लाइक करिए और हमसे व्हाट्स ऐप पे जुड़े रहने के लिए यहाँ क्लिक करे। टेलीग्राम चैनल जॉइन करने के लिए यहाँ क्लिक करें।