किसी की झूठ को पकड़ने के 6 आसान से तरीके

किसी की झूठ को पकड़ने के 6 आसान से तरीक

इस दुनिया में ऐसे अनेक लोग हैं जिन्हें झूठ बोलने में महारथ हासिल होती है, और वे झूठ इतनी सफाई से बोल जाते हैं कि कोई भी उनकी झूठ को पकड़ ही नहीं पाता है।

आपको बता दें कि एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में अस्सी प्रतिशत से ज्यादा झूठ ऐसे होते हैं जो कभी पकड़ में ही नहीं आते हैं।

अगर हम अपने बचपन को याद करें तो हो सकता है कि हमें भी कोई ऐसी घटना याद आ जाए जब हमनें कोई खाने की मनपसंद चुरा कर खा ली हो और फिर कह दिया हो कि हमने तो वो चीज खाई ही नहीं है।

बचपन में तो इस तरह के झूठ को नासमझी कह कर टाल दिया जाता है लेकिन आगे चलकर यानी भविष्य में नहीं टाला जा सकता है।

इसका कारण यह है कि अगर व्यक्ति को झूठ बोलने की आदत पड़ जाए तो उसके बेहद हानिकारक परिणाम सामने आते हैं। झूठ न सिर्फ बोलने वाले के लिए बल्कि औरों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।

इसीलिए आज हम आपको छह ऐसे आसान से तरीके बताने जा रहे हैं जिनके बल पर आप सामने वाले के झूठ को आसानी से पकड़ सकते हैं।

1) तटस्थ या निष्पक्ष भाव से कुछ सवाल पूछना

सामने वाले व्यक्ति से तटस्थ या निष्पक्ष भाव से कुछ ऐसे साधारण से सवाल पूछने चाहिए जिनसे यह पहचान करने में मदद मिल सके कि जब वह सच बोलता है तो उसके चेहरे के हाव-भाव या मुद्राएं कैसी होती हैं।

उससे पूछें कि आज मौसम का मिजाज कैसा है या वह रविवार की छुट्टी वाले दिन क्या करने की सोच रहा है,आदि।

जब सामने वाला इन सवालों के जवाब दे रहा हो या अपनी प्रतिक्रिया जता रहा हो तब उसकी बाॅडी लेंग्वेज तथा आंखों की मूवमेंट को परखें।

इससे आपको यह पता चलेगा कि सच बोलते वक़्त उस के हाव-भाव कैसे होते हैं तथा शारीरिक मुद्राओं में किस तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इस तरह जब वह झूठ बोलने पर आसानी से पकड़ आ सकता है।

2) चेहरे पर झूठ के संकेतों की पहचान करना

इस तरह के सवाल करने और व्यक्ति के चेहरे का ठीक से अवलोकन करने के बाद आप उसके चेहरे पर झूठ बोलते समय बनने वाले संकेतों की पहचान करने के काबिल बन सकेंगे और फिर उस व्यक्ति की बाॅडी लेंग्वेज, चेहरे की मुद्राओं, आंखों की मूवमेंट और उसके द्वारा बोले जाने वाले  वाक्यों या उसकी वाणी संबंधित बदलाओं को गहराई से समझते हुए उसके सच -झूठ को आसानी से पकड़ सकेंगे।

3) बाॅडी लेंग्वेज की परख करना

आप किसी व्यक्ति की बाॅडी लेंग्वेज को परख कर भी उसकी झूठ को पहचान सकते हैं,क्योंकि झूठ बोलने वाला अक्सर खुद को हीन महसूस करता है और दूसरों से नजर चुराने की कोशिश करता है।

अपने शरीर को हमेशा अंदर की तरफ खींचता है तथा साथ ही लोगों से बात करते समय घबराहट महसूस करता है। अपने भीतर की घबराहट या कुलबुलाहट में कंधों को उचकाता रहता है।

4) चेहरे के सूक्ष्म भावों की परख करना

आपको बता दें कि झूठ बोलने वाले के चेहरे के सूक्ष्म भावों को परखने से भी उसका झूठ पकड़ा जा सकता है। अगर ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि झूठ बोलने वाले के चेहरे का रंग उड़ जाता है। उसका चेहरा अक्सर  फीका या पीला पड़ जाता है।

वह होंठ काटने लगता है और उसकी पलकों की गति सामान्य की अपेक्षा बहुत तेज हो जाती है। इसका कारण यह होता है कि जब वह झूठ बोलना शुरू करता है तो उसके मस्तिष्क की सक्रियता या गतिविधि अनपेक्षित रूप से बढ़ जाती है।

5) बोलने के लहजे तथा बोले जाने वाले शब्दों की परख करना

झूठ बोलने वाले की बातचीत या बोलने के लहजे और उसके द्वारा बोले जाने वाले शब्दों या वाक्यों के आधार पर भी निर्णय लिया जा सकता है कि वह झूठ बोल रहा है या सच।

झूठ बोलने वाले व्यक्ति की बातचीत का लहजा कभी भी सामान्य नहीं होता है। वह व्यक्ति या तो बहुत ही तेजी से बोलता है या फिर इतना धीमा बोलने लगता है कि उसकी बात सुनने में ही नहीं आती।

उसका स्वर भी या तो बहुत ऊंचा हो जाता है और लगता है कि वह जोश में बोल रहा है या फिर इतना अधिक निम्न जाता है तथा लगता है कि वह भय में बोल रहा है।

उसके द्वारा बोले जाने वाले शब्द भी काफी जटिल या ऊट-पटांग से हो जाते हैं तथा उनको समझ पाना मुश्किल हो जाता है।

व्यक्ति में इस तरह के लक्षण इसलिए नजर आते हैं, क्योंकि जब वह अपने झूठ को सच साबित करने की कोशिश करता है तो उसका मस्तिष्क अधिक तेजी से काम करने लगता है।

अतः इस तरह के संकेत भी व्यक्ति की झूठ को पकड़ने में मदद कर सकते हैं।

6) झूठ बोलने वाला जब खुद के बारे में बात करने से बचने की कोशिश करे

झूठ बोलने वाला व्यक्ति अक्सर अपनी झूठ की कहानी के बारे में बात करने से बचने की कोशिश करता है और अपना तथा दूसरों का ध्यान भटकाने का प्रयास करता है।

सामान्यतः मुद्दे से हटकर कहीं और ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करता है। वह मैं या मुझे की रट लगाकर मनोवैज्ञानिक तौर पर झूठ से खुद को दूर रखने की कोशिश करता है अर्थात् सामने वाले को बहकाने की कोशिश करता है।

अतः इस तरह के संकेत भी व्यक्ति की झूठ को उजागर कर सकते हैं।

टीम ‘मन की बात’:  कृष्ण कुमार योगी

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