अपनी प्रोडक्टिविटी को बढ़ाएं इन ६ आदतों से

How to Increase Productivity in hindi

अपनी प्रोडक्टिविटी को बढ़ाएं इन ६ आदतों से | How to Increase Productivity in hindi

दोस्तों हम लोगों में अक्सर देखा जाता है कि जब किसी भी कार्य में असफल होते हैं तो हम अपनी किस्मत को दोष देते हैं या फिर परिस्थिति को।

लेकिन वास्तव में किसी कार्य की सफलता के लिये इन्सान में लगन, परिश्रम, दूरदर्शी, सहनशीलता और सच्चाई होना बहुत आवश्यक है।

इसके साथ ही अपने में कुछ बदलाव लाना भी अतिआवश्यक है। ये बदलाव खुद के आदतों में करनी है जो कि उत्पादकता में या फिर कार्य क्षमता में बाधक होती है।

इसी से जुड़ा है आज का हमारा लेख जो बताएगा कि आप कि कौन सी आदतें आपको सफल बनने में मदद करेंगी और अपकी प्रॉडक्टिविटी को बढ़ाएगी।

क्या होती है productivity?

Productivity किसी काम को करने, किसी चीज को निर्माण करने, किसी सेवा को करने का उत्तम, सरल, सस्ता और डायनामिक तरीका है। 

अब हम कुछ ऐसी अदतो के बारे में बताएंगे जिन्हें अगर हम अपनी लाइफ स्टाइल का हिस्सा बना ले तो अवश्य ही सफलता हमारे कदम चूमेगी 

कुछ ऐसी आदतें जो हमारी Productivity में वृद्धि कर के हमें जीवन में सफल बनाएंगे –

१. एक लक्ष्य निश्चित करना (To set a goal) –

दोस्तों वैसे तो ईश्वर ने हमें इस काबिल बनाया है कि हम एक समय में एक से ज्यादा काम कर सकते हैं। यह क्षमता नेचुरली हम सब में होती है। 

परन्तु एक साथ कई काम करने से कोई भी काम पूर्ण रूप से परफेक्ट नहीं होतीं। कुछ ना कुछ कमी रह ही जाती है।

  • अर्थात् एक साथ कई काम करना कार्य क्षमता में रुकावट बनकर कंप्लीटली विकसित नहीं होती है
  • इसलिये एक लक्ष्य निर्धारित करना जरूरी है।इससे ध्यान उसी लक्ष्य पर फोकस्ड रहेगा और आप कॉन्संट्रेट होकर उसी काम को कर सकेंगे और उस काम में सफल होने का प्रयास कर सकेंगे।
  • इसलिए खुद को आगे बढ़ाने के लिए अपना एक लक्ष्य ज़रूर बनाएं।

२. हर पल कुछ नया सीखना ( To learn a new thing in every second)

दोस्तों पढ़ने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। ज़िन्दगी में हर पल कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। 

  • जो हर क्षण कुछ नया सीखने को तत्पर रहता है, वही ज़िन्दगी में एक सफल व्यक्ति बनता है।
  • किसी भी कार्य को करने से पहले अच्छी तरह से उस विषय में जान लेना चाहिये।
  • इससे कार्य की सफलता का चांस बढ़ जाता है।
  • कार्य के बारे में अच्छी तरह से सीखने या जानने से स्वयं के ज्ञान का विस्तार होता है।
  •  ज्ञान के विस्तार से मानसिक वृद्धि होती है।

३. ऑटोमेशन (मशीनों का इस्तेमाल करना होना) को अपनाएं ( Accept automation & be technology friendly)

ऑटोमेशन यानी कि “इंसानों से मशीनों का यूज ज़्यादा करना “को अपनाने के कई लाभ है।

  • इसके कारण आपके दैनिक जीवन में अनेक छोटे छोटे कामों को करने से आपको मुक्ति मिल जाएगी।
  • रोज सब्जी, फल आदि खरीद कर लाना, बिलों का भुगतान करने जाना, मोबाइल रिचार्ज करवाना आदि बहुत ऐसे काम हैं जिनमे आपका वक़्त और एनर्जी दोनों ही बर्बाद होता है। 
  • इस तरह के कार्यो के लिये आजकल सबसे अच्छी सुविधा है मोबाइल टेक्नोलॉजी का।
  • आप ऐप और वेबसाइट का इस्तेमाल करके ऑनलाइन ये सारे काम कर सकते हैं।

ऐसा करके आप अपनी एनर्जी और टाईम उस कार्य में लगा सकते हैं जो सिर्फ आपके लिए है और आपको ही करना है। इससे आप अपने काम पर कॉन्संट्रेट होकर सफलता पूर्वक पूरा कर सकेंगे। 

४. सलाह लेने में संकोच न करना ( Not to hesitate in taking advice)

दोस्तों अक्सर देखा जाता है कि लोग सलाह लेने में संकोच करते हैं या फिर उनका इगो ऐसा करने से उन्हें रोकता है। परन्तु कई बार ऐसा होता है कि अपने को समझ नहीं आता कि क्या करना उचित है और दिमाग काम नहीं करता। 

  • ऐसी परिस्थिति में अपने सगे सबंधियों, परिवारजनों, दोस्तों आदि से सलाह मशवरा कर लेना ही बुद्धिमानीहै। 
  • इसलिए सही सलाह कार्य की सफलता में मदद करती है।

 

 ५. व्यायाम को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाना (To keep exercise as a part of your lifestyle)

  • योग या व्यायाम का महत्व बचपन से ही सुनते आये होंगे।
  •  प्राचीन काल से ही ऋषि मुनि ने योग से अपने गन्तव्य तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की है।
  • व्यायाम को आप अपनी जिंदगी में परमानेंट रूप से आदत के रुप में अपनाईए।
  • अपनी सुबह की दिनचर्या में आप इस आदत को शामिल करके अपनी उत्पादक क्षमता में वृद्धि कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
  •  हो सकता है कि आप की दिनचर्या में पहले से ही व्यायाम है, परन्तु ये पर्याप्त नहीं है। आपको नियमित सुबह कम से कम 20 मिनट व्यायाम करना है।
  •  ये आप किसी भी तरह से अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं।
  • चाहे आप पैदल चलें , दौड़े, स्विमिंग करे इत्यादि।

इससे आपकी productivity, आपके मानसिक स्वास्थ्य और आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर काफी अच्छा असर पड़ेगा।

६. असफलता को गले लगाना (To Accept failure)

दोस्तों आप सदैव अपने काम में सफल होंगे ही, ऐसा मान लेना गलत है। 

  • उतार-चढ़ाव, सफलता-असफलता इन्सान की जिंदगी मे आता जाता रहता है।
  • इससे विचलित नहीं होना चाहिए और ना ही घबराना चाहिये।
  • जीवन में गलतियों से ही सीख मिलती है और इसी से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
  • अपनी हर असफलता से कुछ नया सीखने को मिलता है।
  • सफलता के रास्ते में अग्रसर होने के लिये असफलता को गले लगाना सबसे महत्वपूर्ण आदतों में से एक है।

निष्कर्ष (conclusion)

दोस्तो, ध्यान रखिए आपको सफल होने के इंतजार में नहीं रहना है। अपने आप सफलता आपके पास नहीं आएगी। आपको इसे अपने पास लाना होगा।भगवान आपके लिए सफलता नहीं लाएंगे बल्कि आपको यह तय करना होगा कि कौन सी यात्रा आपको आपके लक्ष्य तक ले जाएगी।

यदि आप असफलता लाने वाली आदतों को त्याग दें तो आपकी productivity में वृद्धि होगी और आपकी सोच क्रिएटिव होगी। आपका जीवन में बैलेंस बना रहेगा और आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा।

संसार में जितने सफल लोग हैं, उनकी सफलता का राज़ उनकी आदतें ही हैं। इसलिए अपनी क्षमता और productivity को बढ़ाएं और जिंदगी के सफल होए।

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