महिलाओं में ‘गुर्दे की पथरी’/ ‘किडनी स्टोन’ के खतरे को कैसे नियंत्रित करें
महिलाओं में ‘गुर्दे की पथरी’/ ‘किडनी स्टोन’ के खतरे को कैसे नियंत्रित करें (HOW TO CONTROL THE RISK OF KIDNEY STONE IN WOMEN)
आजकल की लाइफ़स्टाइल की वजह से अनेकों बीमारियों ने हमारे शरीर को अपना घर बना लिया है। इनमें से एक बीमारी है “किडनी स्टोन”।
क्या है किडनी स्टोन?
किडनी स्टोन मिनरल्स और कैमिकल्स का एक छोटा टुकड़ा है जो किडनी में होता है और urinary track के माध्यम से निकल भी जाता है। मगर कभी कभी साइज बड़ा होने की वजह से स्टोन ट्रैक से पास नहीं हो पाते। और ये धीरे धीरे अंदर ही रह कर स्टोन बनने लगते हैं।
किडनी स्टोन की गंभीर समस्या पुरुषों में ज़्यादा होती है। किन्तु आजकल के दौर में महिलाएं भी इस बीमारी का बहुत तेज़ी से शिकार बन रही है।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे की महिलाएं कैसे किडनी स्टोन से बच सकते हैं।
Method 1 of 3
स्वस्थ जीवशैली अपनाएं (Maintain a healthy lifestyle)
हमेशा हाइड्रेटेड रहे (Stay hydrated)-
किडनी स्टोन का मुख्य कारण होता है पानी की कमी। दिन में 8-10ग्लास पानी पीने से हमारे शरीर में मौजूद अलग अलग तरह के वेस्ट, यूरिन के मध्यम से निकल जाती है जिससे किडनी में स्टोन नहीं बन सकते है।
सोडा का सेवन ना करे ( Do not drink soda/carbonated drinks)-
सोडा में फास्फेट और शुगर की मात्रा ज़्यादा होती है जो किडनी स्टोन का रिस्क बनाते है, इसलिए सोडा या कोलड्रिंक का सेवन ना करे।
कैल्सियम और ऑक्सालेट का सही मात्रा में सेवन करे ( Maintain balance of calcium and oxalate intake)-
जब हमारे रेनल सिस्टम( renal system) में कैल्शियम या ऑक्सलेट की मात्रा बढ़ने लगती है तो वो किडनी स्टोन का रूप लेती है। हालाकि कैल्शियम और ऑक्सलेट दोनों ही हमारे स्वस्थ के लिए सही है लेकिन अगर सही मात्रा में ली जाए, तब। इसलिए balanced diet अपनाइए।
अत्यधिक सोडियम का सेवन कम करें (Avoid excess intake of sodium)-
ज्यादा सोडियम का सेवन करने से हमारे शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जो की किडनी में स्टोन बनाता है।
इसलिए सही मात्रा में ही सोडियम का सेवन करे क्योंकि सोडियम कम होने से भी बीमारियां होती हैं और ज़्यादा होने से किडनी स्टोन होता है।
नॉनवेज खाना कम करे (Avoid over consumption of non-veg foods)-
ज्यादा नॉन वेज खाने से हमारे शरीर में एनिमल प्रोटीन(Animal protien) पहुंचता है जो कि कैल्शियम युक्त होता है। इसलिए नॉनवेज कम खाना चाहिए।
हमेशा सही और हैल्थी वजन बरकरार रखे (Maintain a healthy weight)-
महिलाओं में ऑबेसिटी भी किडनी स्टोन का एक कारण है, इसलिए अपने शरीर का वजन नियंत्रित रखें। बढ़ा हुआ वजन अपने साथ कई बीमारियां लाता है।
Method 2 of 3
दवाईयों के सेवन से सावधन रहिए (Be careful with medicines)
अत्यधिक कैल्शियम सप्लिमेंट्स ना ले (Avoid taking too much calcium supplements)-
सही मात्रा में कै्शियम का सेवन हमारी बॉडी के लिए अच्छा है लेकिन कैल्शियम सप्लीमेंट्स हमारी बॉडी आसानी से अब्सर्ब नहीं कर पाती है जो इकट्ठा होते होते किडनी स्टोन का निर्माण करती है। इसलिए अत्यधिक कैल्शियम सप्लिमेंट्स न ले।
विटामिन सी का रोजाना सेवन करे ( consume vitamin c daily)-
विटामिन सी हमारे स्वास्थ के लिए लाभदायक है और इसका सेवन रोज़ करने से किडनी स्टोन का रिस्क भी कम होता है। इसलिए विटामिन c युक्त फल जैसे संतरा,मुसंबी ज़रूर खाएं।
कोई भी दवा खाने से पहले डाॅक्टर से परामर्श ज़रूर ले (Ask your doctor before consuming any medicines)-
कोई भी दवा खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर ले क्योंकि कई इसी दवाईयों होती हैं जो रोग तो ठीक कर देती है लेकिन सीधे किडनी पर असर डालती है स्टोन बनाके या फिर किडनी फंक्शन फेल करके। जैसे एस्पिरिन और अन्य कई दवाईयों है।
Method 3 of 3
जानकारी रखे कब आपका किडनी स्टोन का रिस्क बदल रहा है (Knowing when your risk for kidney stone changes)
ध्यान रखे कुछ गलत दवाईयां हो सकती है किडनी स्टोन का कारण (Be aware that some medical disorders can lead to kidney stones)
किडनी स्टोन का कारण हमारी जीवनशैली या गलत दवाईयों का सेवन भी होता है, इसलिए दवा खाने से पहले उस दवा के साइड इफेक्ट्स को ज़रूर जान ले।
किडनी स्टोन का रिस्क उम्र पर भी निर्भर होता है (understand if your age will continue the risk of kidney stone)
हालाकि किडनी स्टोन किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन समान्य तौर पर 20- 40उम्र के बीच की महिलाओ में ये बीमारी ज़्यादा पाई जाती है और पोस्ट मेसूरेशन भी किडनी स्टोन का एक कारण पाया गया है।
ध्यान दे अगर किडनी स्टोन की समस्या वंशनुक्रम है (Be careful if kidney stone problem is in your heriditary)
अगर आपके परिवार में किसी को किडनी स्टोन की समस्या है तो 60% रिस्क है कि आपको भी हो जाएगा। एक किडनी वाले लोग भी है रिस्क में है कि उनको किडनी स्टोन हो सकता है ।
अपने घर के पानी का टीडीएस(TDS) चेक करवाए (Check TOTAL DISSOLVED SOLIDS in water of your house)
अगर पानी का TDS ज़्यादा होता है तो कैल्शियम और मात्रा बढ़ जाती है जिससे किडनी स्टोन और अन्य कई बीमारियां हो जाती है, इसलिए अपने घर के वॉटर सप्लाई का TDS चेक ज़रूर कराए।
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