कब्ज़ क्या है? और इसे दूर करने के घरेलू उपाय | What is Constipation : Treatment with Home Remedies in Hindi
कब्ज़ ,नाम तो सुना ही होगा।अगर आपका पेट ठीक से साफ़ नहीं होता। यदि 24 घन्टे में एक बार भी आप शौच (Motion) नहीं जा पाते हैं तो इसको ही “कब्ज़ (Constipation)” कहते हैं।
क्यूँकि हमारा भोजन 6 घंटे में अच्छे से Digest हो जाता है यानी कि पच जाता है। Nutrition अलग ओर वेस्ट प्रोडक्ट् Product अलग हो जाते हैं। जिनका शरीर से बाहर निकलना ज़रूरी रहता है।
इसी वजह से 24 घंटे में एक बार शौच यानी मोशन आना ज़रूरी रहता है। इस दशा में मल कड़ा हो जाता है जिसे शरीर से बाहर करने में बहुत कठिनाई होती है और अधिक ज़ोर लगाना पड़ता है।
हर एक व्यक्ति मे कब्ज़ होने केअलग- अलग कारण हो सकते हैं। इसे छोटी बीमारी समझ कर नज़र अंदाज नहीं करना चाहिये। इसको अनदेखा करने पर ये गंभीर बिमारियों का रूप ले सकता है।
कब्ज़ को जड़ से खत्म करने के लिये ज़रूरी है कि पता लगाया जाये यह क्यों हो रहा है? ये एक ऐसी बीमारी है जो तकलीफदायक होती है। आज के दौर मे हर दूसरा व्यक्ति कब्ज़ की बीमारी से पीड़ित है।
पानी की कमी (Dehydration) हो जाने से कब्ज़ बहुत आम चीज़ है।
यह बीमारी आमतौर पर बड़ी उमर के लोगों ओर महिलाओं मे ज्यादा पाई जाती है।
कब्ज़ के लक्षण: (Symptoms of Constipation):
(1) मुह मे छाले होना।
(2) जी मचलाना।
(3) सिर दर्द रहना।
(4) नींद न आना।
(5)भूक न लगना।
(6) हर वक़्त चिंता में डूबे रहना।
(7) गुदा मे सूजन आना।
(8) पेट मे दर्द रहना।
(9) हर वक़्त बेचेनी रहना।
(10) मानसिक तनाव रहना।
(11) पेट मे गेस बनना
(12) कमजोरी मेहसूस होना।
हमारे शरीर में एक हार्मोन्स या रसायन होता है,(serotonin) सेरोटोनिन जो हमारे मूड को फ़्रेश बनाये रखता है।कब्ज रहने से ये हार्मोन्स डिस्टर्ब हो जाता है,जिसकी वजह से मानसिक तनाव बढ जाता है।
ओर हाई ब्लड प्रेशर जेसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
कुछ दवाईया भी ऐसी हैं जिनको खाने से कब्ज हो सकता है। जैसे-पेन किलर यानि दर्द निवारक दवाएँ।
कब्ज़ के कारण (Causes of constipation ):
(1) रात को देर तक जागना।
(2) पानी का सेवन कम करना।
(3) देर रात को भोजन करना।
(4) वॉक पे ना जाना।कम चलना।
(5) चाए,कॉफी का अधिक सेवन करना।
(6) मिरच, मसालेदार पदार्थों का ज्यादा सेवन करना।
(7) जंग फूड्स खाना।
(8) रोज के खाने मे फ़ाइवर की कमी होना।
(9) मीट,या नान का अधिक सेवन करना।
(10) सेलिड-सलाद हरि पत्तेदार सब्जियों का कम सेवन करना।
(11) फल न खाना।
कब्ज से होने वाली बीमारियाँ (Diseases caused by Constipation )
कब्ज़ को अनदेखा करने पर हो सकती हैं ये बीमारियाँ!
कब्ज को अनदेखा करने या फिर इसे हल्के में लेने से बवासीर, शोच के समय अधिक ज़ोर लगाने से हार्नियां जेसी बीमारी हो सकती है।
इससे Fibrosis जैसी बीमारी भी उत्पन्न हो सकती है, जिससे फेफड़े,,लीवर,आंते,साईनस ओर सेक्स अंग पर भी इसका असर हो सकता है और शरीर का संतुलन बिगड़ सकता है।
इससे मलद्वार मे चीरा उभर आना,जलन-खुजली,मस्से का बाहर आना; सुखा बवासीर,खूनी बवासीर और गुदा मे सूजन का आना जैसी गंभीर स्थतियाँ पैदा हो सकती हैं।
कब्ज को दूर करने के घरेलू नुस्खे (Home Remedies to relieve Constipation):
अगर अपने रोज़ के रूटीन मे हम इन चीज़ों को ऐड करलें तो पेट की सभी समस्याओं से आसानी से छुटकारा मिल सकता है-
(1) पालक का जूस- इससे शरीर की सारी गंदगी बाहर निकल जाती है। ये भोजन को पचने में भी सहाय्ता करता है।
(2) हरी सब्जियां मूली ,गाजर इत्यादी। मूली कब्ज़ के लिये रामबाण इलाज है और खाने को digest करने में सहायता करती है।
नोट- यदि संभव हो तो सब्जियों ओर फलोँ का छिलका ना उतारे जिससे शरीर को ज्यादा फाइवर मिलेगा।
(3) फलों में, नाशपाती,सेब,अमरूद,पपीता,बेरी के सेवन से लाभ मिल सकता है
(4) चोकर का आटा-चोकर के आटे की चपाती खाने से कब्ज नही रहता इससे आँतों मे चिपका मल बाहर आजाता है।ओर आँतों की सफाई हो जाती है।
(5) एक बड़ा गिलास पानी लें,उसमेँ 2 चम्मच सोन्फ़ डालकर उबाले पानी आधा रह जाये तो उसमे एक चम्मच castor oil अरन्डी का तेल डालकर गुनगुना पीले।इसे खाली पेट न ले।
इसके सेवन से पेट मुलायम हो जायेगा।पेट की सभी गंदगी बाहर आजायेगी।इसे हफ्ते मे एक बार भी कर सकते हैं।
(6) 2 चम्मच सुखा धनियां,ओर 2 चम्मच धागे वाली मिस्री पीस कर चूर्ण बनालें ओर पानी से पीले।
(7) एक गिलास गुनगुने दूध में 2 चम्मच तपा हुआ देसी घी डालें ओर रात सोने से पहले पीलें सुबहा उठ कर हल्का मेहसूस करेंगे। बिना दूध की चाए मे भी देसी घी डालकर पीने से कब्ज़ की शिकायत दूर होती है।
(8) एक गिलास छाछ में अजवायन का पाउडर डाल कर पीने से मल सॉफ़्ट मुलायम हो जाता है ये पाचन किर्या ठीक रखता है। खाना खाने के बाद इसका सेवन करें।
(9) Flax seeds- अलसी के बीज का पाउडर बनाकर उसका सेवन करने से ये समस्या हल हो सकती है लेकिन इसके साथ पानी का सेवन अधिक मात्रा में करें।
(10) दूध मे सुखे अन्जीर उबालकर खाये ओर ऊपर से दूध का सेवन करें।
(11) जीरा, अजवायन,सोन्फ़,धीमी आँच पर भूनलें,इसमे काला नमक मिलाले ओर इसको बारीक पीस कर इसका बारीक चूर्ण बनालें , रात को सूने से पहले खाकर सोजायें।
(12) त्रफला का चूर्ण भी कब्ज़ मे लाभकारी है।
(13) मुनक़्क़ा का सेवन नियमित रूप से करें।
(14) मुलेठी ओर गुड़ का सेवन करें।
तो ये थे कुछ घरेलू नुस्खे जिनके सेवन से आप हमेशा के लिये कब्ज ओर पेट की बिमारियों से निजात पा सकते हैं। और साथ ही साथ घातक बिमारियों से भी आसानी से बच सकते हैं।
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