गाजर खाने से भी बन सकती है अच्छी सेहत, जानिए कैसे
सब्जियों का हमारे आहार में महत्वपूर्ण स्थान होता है।
सब्जियां हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाकर रखती हैं और हमें सेहतमंद व नीरोग बनाए रखने में बेहतर योगदान प्रदान करती हैं। गाजर भी उन्हीं में से एक सब्ज़ी है जिसे हम सर्दी के मौसम में खूब खाते हैं।
कहने को तो गाजर साधारण-सी सब्ज़ी है तथा आसानी से सुलभ है। मगर इसमें कमाल के औषधीय गुण मौजूद पाए जाते हैं।
इसके औषधीय गुणों के कारण ही हमारे आयुर्वेद में इसे विभिन्न रोगों के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता रहा है।
गाजर में एक नहीं बल्कि अनेक ऐसे पोषक तत्व मौजूद पाए जाते हैं जो आपकी सेहत को चार चांद लगा सकते हैं और आप कई घातक रोगों से बच सकते हैं।
आइए जानें की आप गाजर खाकर अपनी सेहत को बहुत अच्छी सेहत में कैसे बदल सकते हैं।
१) आंखों को स्वस्थ या सेहतमंद बनाती है।
गाजर आंखों की रोशनी बढ़ाती तथा साथ ही आंखों से संबंधित कई रोगों से बचाव भी करती है। गाजर में विटामिन ‘ए’ प्रचुर मात्रा में उपस्थित पाया जाता है जो आंखों को सेहतमंद बनाता है।
इसमें मौजूद बीटा कैरोटिन आंखों मोतियाबिंद नामक घातक बीमारी से बचाता है।
इसके अतिरिक्त इसमें उपस्थित बीटा कैरोटिन व आर्गेनिक पिगमेंट उम्र के कारण होने वाली आंखों से संबंधित कई समस्याओं से भी बचाता है।
२) कैंसर की रोकथाम में सहायक होती है।
गाजर में एक खास औषधीय गुण यह भी पाया जाता है कि इसका सेवन कैंसर से बचाव का काम भी करता है।
गाजर खाने से कैंसर की कोशिकाओं का विकास नहीं हो पाता।
इसमें मौजूद पाॅली एसिटिलीन तथा फालफेरिनोल जैसे तत्व एंटी कैंसर गुण प्रदर्शित करते हैं।
इसमें मौजूद बीटा कैरोटिन प्रोटेस्ट तथा ब्रेस्ट कैंसर से बचाव करता है।
इसमें प्रचुर मात्रा में कैरीटोनाॅइड उपस्थित पाया जाता है जो हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
३) दिल के रोगों से राहत मिलती है।
गाजर खाने से व्यक्ति को दिल से संबंधित कई समस्याओं से राहत मिलती है।
गाजर में बीटा कैरोटिन, लुटेइन जैसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ने से रोकते हैं।
निम्न कोलेस्ट्रॉल लेवल से दिल की बीमारियों से राहत मिलती है और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।
अगर कोलेस्ट्रॉल लेवल कम नहीं हो रहा हो तो बिना दवा के गाजर का जूस पीने से नियंत्रित हो सकता है, क्योंकि इसके जूस में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है।
यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में काफ़ी मददगार होता है।
४) महिलाओं से जुड़ी कई समस्याओं में लाभप्रद है।
गाजर खाना महिलाओं के लिए बड़ा फायदेमंद होता है।
गाजर में पोटैशियम, मेग्नीशियम, कैल्शियम आदि प्रचुर मात्रा में में निहित पाया जाता है।
कैल्शियम भ्रूण के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।
इसके अलावा गाजर में फोलेट नामक विटामिन भी पाया जाता है जो गर्भ में पल रहे बच्चे तथा मां दोनों के लिए लाभदायक होता है।
गाजर में पाया जाने वाला बीटा कैरोटिन पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लड फलो को कम करने में सहायक होता है।
इसके अलावा संज्ञानात्मक क्षमता में सुधार लाता है तथा यादाश्त संबंधित समस्या का निदान करता है।
५) वज़न कम करने में मदद करती है।
गाजर फाइबर का बेहतर स्रोत है। यह फाइबर पाचन क्रिया में सुधार लाता है तथा मल त्याग में मदद करता है।
भोजन अच्छे से पचता है और लंबे समय तक भूख का एहसास नहीं होता।
इसी वजह से व्यक्ति कम भोजन खाता है तथा परिणामस्वरूप वज़न कम करने में मदद मिलती है।
इसमें कैलोरी के कम मात्रा में होने के कारण भी वज़न कम होता है। अतः वज़न कम करने के लिए गाजर का जूस भी पिया जा सकता है।
६) मधुमेह में राहत पहुंचाती है।
मधुमेह में आहार पर विशेष ध्यान दिया जाता है और गाजर से मधुमेह के उपचार में काफ़ी मदद मिलती है।
इसका सेवन शुगर को नियंत्रित कर इंसुलिन एवं एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होता है।
इसीलिए लिए मधुमेह के रोगियों को अपने आहार में गाजर को अवश्य ही सम्मिलित करना चाहिए।
७) त्वचा संबंधी समस्याओं का निदान करती है।
गाजर खाने से त्वचा से संबंधित कई समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है। गाजर में विटामिन ‘सी’ मौजूद पाया जाता है जिसमें हीलिंग करने का गुण होता है।
घाव से त्वचा को उबारने में भी गाजर काफ़ी मददगार सिद्ध होती है।
अतः गाजर खाने से आपकी त्वचा भी स्वस्थ एवं सेहतमंद बनती है।
८) शरीर की अंदरूनी सफाई में सहायक होती है।
गाजर शरीर की अंदरूनी सफाई में भी अच्छी भूमिका निभाती है।
आजकल प्रदूषण बहुत अधिक है और क्रोमियम एक ऐसा कार्बनिक यौगिक है जो शरीर में प्रवेश करने पर विषाक्तता का कारण बनता है।
शरीर को इस तरह की विषाक्तता से मुक्ति दिलाने के लिए सब्जियों की मदद ली जाती है।
गाजर इस संबंध में प्रभावशाली सब्ज़ी मानी जाती है।
गाजर में ग्लूटेथिओन नामक एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड मौजूद पाया जाता है जो शरीर को बेहतर ढंग से डिटाॅक्स यानी विष रहित करने में मदद करता है।
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