उड़द की दाल के पुरुषों की सेहत के लिए चमत्कारी लाभ
हमारे भारतीय समाज में दालों से बने पकवान बनाने और खाने-खिलाने की परंपरा बहुत पुरानी है।
हम अपने दैनिक आहार में तरह -तरह की दालें प्रयोग
करते हैं।
हमारी इन्हीं दालों में एक दाल उड़द की भी शामिल होती है।
उड़द की दाल को सामान्य दाल समझने की भूल कभी मत कीजिएगा, क्योंकि यह दाल आपको निरोग और सेहतमंद बनाने के सभी गुणों से भरी हुई है।
खासतौर से पुरुषों के लिए तो यह दाल शरीर को फिट बनाने के लिए किसी वरदान से कम नहीं।
पुराने जमाने में राजा -महाराजा इसी दाल के सेवन से खुद के पुरुषत्व को तरोताजा बनाए रखने का प्रयास किया करते थे।
यूं तो लोग उड़द की दाल से कई तरह के खाद्य पदार्थ बना कर खाते हैं मगर हम यहां इससे बनने वाले लड्डूओं पर चर्चा करने जा रहे हैं।
अगर उड़द से बनने वाले इन लड्डुओं को सर्दी की ऋतु में पुरुषों को खिलाया जाए तो उनकी सेहत को चार चांद लग सकते हैं और साथ ही वे अपनी मर्दानगी को भी बढ़ा सकते हैं या यूं कहिये कि वे अपने शरीर में नए जोश को पैदा कर सकते हैं।
आइए अब जानते हैं कि ये लड्डू अपना क्या-क्या कमाल दिखाएंगे।
१) वीर्य वृद्धि में चमत्कारी योगदान
उड़द की दाल पुरुषों के लिए चमत्कारी रूप से फायदेमंद होती है।
पुरानी मान्यता को नजरअंदाज भी कर दें तो कोई बात नहीं, मगर आज के स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मानते हैं कि उड़द दाल वीर्य वृद्धि के लिए बहुत ही अच्छी होती है।
यह पुरुषों के शरीर में वीर्य को बढाने में खास योग देती है।
उड़द दाल की तासीर मधुर, गर्म, शुक्र वृद्धक (वीर्य को बढाने वाली), शक्तिवृद्धक, खाने में रुचि बढ़ाने वाली, वात को कम करने वाली, मूत्र संबंधित समस्याओं को कम करने वाली होती है।
इसके साथ ही इसमें बड़ी मात्रा में बायोएक्टिव कंपाउंड्स भी पाए जाते हैं जो फूड फंक्शन में सुधार लाते हैं।
इसके साथ ही यह पाचन -तंत्र को ऊर्जा की आपूर्ति कर शरीर को ऊर्जावान बनाने का काम भी करती है।
बता दें कि आधा कप उड़द में लगभग 114 किलो कैलरी पायी जाती है।
उड़द में मैंग्निशियम, काॅपर, मैगजीन, जिंक, फास्फोरस, कैल्शियम तथा अन्य बहुत सारे उपयोगी खनिज पाए जाते हैं।
जिनकी तासीर ज्यादा गर्म होने के कारण यह शीत ऋतु में सर्दी से बचाती है और इसी वजह से ही सर्दी में इसके बने लड्डू खाने की सलाह दी जाती है।
२) शरीर को गठीला और मजबूत बनाने में योग
उड़द में शरीर को गठीला तथा मजबूत बनाने के सभी गुण भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं।
इसमें पाए जाने वाले पोषक -तत्व शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं तथा शरीर को गठीलापन प्रदान करते हैं।
इसीलिए दुबले -पतले लोगों के लिए सर्दी वरदान साबित हो सकती है क्योंकि वे इस सर्दी में उड़द के लड्डू खाकर अच्छी सेहत बना सकते हैं।
अन्य लोगों की तरह हैल्थी और फिट हो सकते हैं ।
३) सर्दी में दिल की समस्याओं से बचाव
ऐसा नहीं कि उड़द का सेवन केवल मर्दों के लिए शारीरिक ताकत का ही स्रोत है बल्कि यह उन्हें शीत ऋतु में दिल की समस्याओं से राहत भी देता है।
उड़द की दाल में उपस्थित पाया जाने वाला मैग्नीशियम सर्दी से राहत देने के साथ-साथ सर्दी की वजह से होने वाली दिल की समस्याओं से भी बचाव करता है।
रक्त संचरण में सुधार होता है तथा रक्त चाप कम बना रहता है।
उड़द में विद्यमान षोषक तत्व रक्तचाप को सामान्य बनाए रखने में समर्थ होते हैं तथा हार्ट से संबंधित रोगों से बचाते हैं।
उड़द में सोडियम कम मात्रा में पाया जाता है जबकि इसमें पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा उच्च होती है ।
इसी वज़ह से यह शरीर में रक्तचाप को सामान्य या प्राकृतिक तौर पर बनाए रखने में सक्षम होता है।
४) हड्डियों की मजबूती
उड़द की दाल में कुछ ऐसे भी पोषक पदार्थ, उदाहरणतः कैल्शियम आदि मौजूद पाए जाते हैं जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं तथा हमारे शरीर में अस्थि-भंग या फ्रैक्चर के खतरे को कम करते हैं।
हड्डियों की मजबूती का मतलब शरीर की मजबूती भी है।
और शरीर की मजबूती का मतलब हमारी कार्य क्षमता की बढ़ोतरी है।
जिसके बल पर हम कामयाबी को पा सकते हैं।
अतः इसका सेवन हमारी कामयाबी में भी योगदान देता है। भले ही आप उसे प्रत्यक्ष न मानकर परोक्ष ही मानें।
उड़द के लड्डू तैयार करने की विधि
उड़द के लड्डू तैयार करना बड़ा ही आसान है।
इसके लिए आपको किसी अनुभवी हलवाई की जरूरत बिलकुल भी नहीं पड़ेगी।
आप इन्हें अपने घर में अपने हाथों से तैयार कर सकते हैं।
इन लड्डुओं को बनाने के लिए अपनी जरूरत के अनुसार उड़द की दाल,
चीनी बूरा या शक्कर, शुद्ध देशी घी, सूखे मेवे जैसे कि बादाम, किशमिश, पिस्ते, काजू, इलाइची पाउडर आदि सामग्री एकत्र कर लें।
सबसे पहले उड़द की दाल को मध्यम आंच पर कडाही में भून लें और फिर किसी बरतन में उसे ठंडा कर लें।
उसके उपरांत दाल को ग्राइंडर जार में अच्छे से पीस लें और अलग बरतन में निकाल लें।
फिर उसमें ड्राई फ्रूट्स मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।
उसके बाद उचित अनुपात या मिश्रण के हिसाब से देशी घी लेकर उसे कडाही में गुनगुना गरम कर लें तथा तैयार मिश्रण को उसमें अच्छे से मिला लें।
और फिर अपने हाथों से उसके छोटे -छोटे लड्डू बनाकर रख लें।
रोज सुबह एक लड्डू खाएं और दूध पिएं।
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