व्हाईट फंगस क्या है और कितना खतरनाक है? बता रहे हैं सर गंगाराम अस्पताल के डॉ. मुंजाल
हमारा देश इस वक्त कोरोना वायरस महामारी से जूझ ही रहा था कि ‘ब्लैक फंगस’ ने भी दस्तक दे दी, और अब सफेद फंगस भी आ गया। इतना ही नहीं, गाज़ियाबाद में यल्लो फंगस मिलनेकी भी खबर आयी है..
इस बीमारी को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रामक खबरें चल रही हैं। सर गंगाराम अस्पताल के ईएनजी सर्जन मनीष मुंजाल ने इसे विस्तार से समझाया है।
क्या है व्हाइट फंगस और यह कितना खतरनाक हो सकता है
डॉ. मनीष ने बताया कि व्हाईट फंगस हर किसी को नहीं होता है। यह बस उन्हीं को अपना निशाना बनाता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर हो।
मेडिकल साइंस की भाषा में इसे इम्यूनियोकाॅम्प्रोमाइस्जड कहते हैं। डॉ. साहब आगे कहते हैं कि इस बीमारी से ज्यादा डरने की आवश्यकता नहीं बस एहतियात बरतने की जरूरत है। यह व्हाईट फंगस (एस्परगिलोसिस) ब्लैक फंगस जितना खतरनाक नहीं है।
ब्लैक फंगस शरीर के आंतरिक हिस्सों को प्रभावित करता है जबकि यह शरीर के ऊपर हिस्सों को प्रभावित करता है। इस बीमारी की सबसे अच्छी बात यह है कि ये तेजी से नहीं फैलता है इसीलिए इलाज भी आसानी से हो जाता है।
क्या व्हाइट फंगस मौत का कारण हो सकता है
डॉ. मुंजाल कहते हैं कि व्हाईट फंगस बहुत ज्यादा खतरनाक नहीं है। इससे मरने की संभावनाएँ बहुत कम होती हैं। यह तभी खतरनाक होता है जब मरीज को पहले से ही कोई खतरनाक बीमारी हो। इसके अतिरिक्त ज्यादा स्टेरॉयड लेने वालों को भी यह जानलेवा बन सकता है।
डॉ. साहब कहते हैं कि वैसे यह नार्मल बीमारी है आप चिकित्सीय सलाह से घर पर ही ठीक हो सकते हैं।
किन लोगों को अपना शिकार बना सकता है
यह फंगस वैसे तो किसी को भी अपने चंगुल में फंसा सकता है लेकिन यह नवजात बच्चों में यह ज्यादा देखा जाता है। इससे बचने के लिए बच्चों की निप्पल और डायपर नियत समय पर बदलें।
ये फंगस उन बुजुर्गों में भी देखा गया है जो साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। समय पर कपड़े नहीं बदलना और समय पर न नहाना भी नुकसानदायक होता है।
किस प्रकार के लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत
यह व्हाईट फंगस नमी वाले स्थानों तथा ठंडे स्थानों पर तेजी से फैलता है। इसके लिए नियमित साफ-सफाई, स्नान, साफ कपड़े पहनने की आवशकता है।
व्हाईट फंगस के शुरुआती लक्षणों बताते हुए डॉ. मुंजाल बताते हैं कि इस संक्रमण में, शरीर पर मुँह में, जीभ पर सफेद चकत्ते पड़ जाते हैं। समय-समय पर हमें इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है और बिना डाक्टरीपरामर्श के कोई भी दवा न लें ।
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