सब कुछ आसान है..! बताने वाले संदिप माहेश्वरीजी की प्रेरणादायी कहानी।
अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हो, तो आपने कभी ना कभी संदीप माहेश्वरी जी का नाम सुना ही होगा।
आज के समय पर संदीप माहेश्वरी जी जीवन को आसान बना कर जीने का तरीका सिखाते है। भारत और भारत के बाहर भी लाखों लोगों को गाइड करते हैं।
लेकिन हर सवाल का जवाब इतनी आसान तरीके से देने वाले यह इंसान क्या बचपन से ही ऐसे थे?
दोस्तों ऐसा नहीं है, संदीप माहेश्वरी जी एक बहुत ही शर्मिले बच्चे थे।
उनके स्कूल में एक दो दोस्तों से ज्यादा दोस्त कभी नहीं बने पाएं। पर आज उनके करोड़ो चाहने वाले है…
तो इस लेख में हम जानेंगे संदीप महेश्वरी जी के लाइफ स्टोरी के बारे में…
संजीव माहेश्वरी जी मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं। बचपन में जब संदीप माहेश्वरी जी ने उनके पड़ोस के एक बच्चे के पास एक साइकिल देखी।
तभी उन्होंने अपने पापा से कहा, मुझे भी ऐसी ही साइकिल चाहिए। तब उनके पापा ने कहा, ‘बेटा इतनी महंगी साइकिल लेने के लिए हम कोई टाटा बिर्ला नहीं है।’
छोटे संदीप ने अपनी मां से पुछा ये टाटा बिर्ला कौन है। उन्होंने कहा बहुत बड़े लोग हैं, इनके पास बहुत सारा पैसा होता है। तभी संदीप ने सोचा मैं बड़ा होकर टाटा बिर्ला बनूंगा।
जब भी कोई घर पर आता था, तो वो छोटे से संदीप से पूछते थे कि बताओं बेटा तुम्हें बड़ा होकर क्या बनना है।
उसपर संदीप माहेश्वरी जी कहते थे, मुझे बड़ा होकर टाटा बिर्ला बनना है।
तो उनके घर में आए लोग उस बात पर हंसते थे और कहते थे, ‘बनो बेटा बनो टाटा बिर्ला बनो।’
उन्हें लगता था, संदीप तो अभी बच्चा है बड़ा होकर समज जाएगा।
लेकिन संदीप ने सोचा था कि एक दिन बड़ा इंसान बनकर दिखाना है।
बचपन में जिम्मेदारी का एहसास
उनके पापा का एक छोटा सा बिजनेस था। उनका घर उसी बिजनेस से कमाये पैसों से चलता था।
लेकिन उनके पापा का बिजनेस अचानक से पूरी तरह बंद हो गया। संदीप माहेश्वरी जी की उस वक्त उमर कुछ १३ -१४ साल थी।
कुछ पैसों के लिए उस उम्र के संदीप महेश्वरी जी ने PCO में काम करना शुरू किया।
उसी समय संदीप माहेश्वरी जी सोचते थे मुझे लाइफ में बड़ा होकर बहुत सारा पैसा कमाना है।
संदीप माहेश्वरी जी को लगता था लाइफ में कुछ तो करना है। लेकिन क्या करना है, यह अभी तक समझ में नहीं आया था।
लेकिन वो हर एक चीज में बिजनेस देखते थे। और उसमें से पैसे कैसे कमायेंगे इसके बारे सोचते थे।
बड़े सपने देखने की शुरुआत
लेकिन बचपन में टाटा बिर्ला बनने का सपना देखने वाले संदीप माहेश्वरी अब महिने का कहीं से १० -१५ हजार कमाना चाहते थे। और वो भी मुश्किल लग रहा था।
एकबार उनका एक दोस्त उन्हें MLM के सेमिनार में लेकर गया। वहां पर तो उन्हें कुछ समझ में नहीं आया, लेकिन उनमें से एक युवक उठकर स्टेज पर जाकर कहता है कि, ‘मेरी उम्र २२ साल है और मैं महीने का २.५ लाख रूपये कमाता हूँ।’
संदीप माहेश्वरीजी ने सोचा, अगर ये लड़का कमा सकता है तो मैं क्यूँ नहीं कमा सकता। और उन्होंने वो कंपनी जॉइन कर ली। लेकिन यहीं पर वो फेल हो गए।
ऐसी ही और एक कंपनी जॉइन करी ली और वो भी छोड़कर अपनी खुद की MLM कंपनी शुरु कर दी। वो कंपनी भी कुछ दिनों बाद बंद हो गई।
संदिप माहेश्वरी जी उस उम्र में एक के पिछे एक, ऐसे फेल्ल्युअर से गुजर रहे थे।
लेकिन एक अच्छी बात थी, कि फिर से बड़ा इंसान बनने का सपना जाग गया था। मुसीबतों के सामने उन्होंने हर नहीं मानी थी।
फोटोग्राफी का वर्ल्ड रिकॉर्ड
संदीप माहेश्वरी जी को फोटोग्राफी का शौक था। तो उन्होंने कैमरा खरीद लिया और उससे दोस्तों के फोटो खिंचते थे।
फिर एक फोटोग्राफी का छोटासा कोर्स किया और वो कुछ अच्छे फोटो निकालने लगे। फिर उन्होंने अपना फोटोग्राफी का स्टूडियो चालू किया।
वहां पर मॉडलिंग करने वाले अपना पोर्टफोलियो बनाते थे।
इस काम से उन्हें अच्छे पैसे भी मिल रहे थे। तभी उन्हें एक बात पता चली बाहर कुछ पोर्टफोलियो बनाने वाले लोग मॉडलिंग करने वालों को, झूठे कमिटमेंट्स देके फसाते है।
तो उन्होंने इन मोडलिंग करने वालों के लिए एक फ्री फोटोशूट रखा। 1 दिन में 100 मॉडल्स के 10,000 फोटो शूट हुए। उस दिन वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया और उसके बाद उनकी फोटोशूट करने वाली दिल्ली की सबसे बड़ी एजेंसी बन गयी।
दुनिया की सबसे बड़ी इमेज वेबसाइट
अब नाम तो हुआ था लेकिन माॅडलिंग करने वालों को काम देना बाकी था।
ऐसेमें उनके पास एक ऐड एजेंसी आयी और उन्होंने संदीप माहेश्वरी जी के पास से माॅडल के फोटो लिये। बदले में उन्होंने उस फोटो के संदीप माहेश्वरी जी को पैसे दिये।
तब उनके दिमाग में वेबसाईट बनाने का आयडिया आया। हम हर एक ऐड एजेंसी के पास तो नहीं जा सकते हैं। लेकिन जिन्हें फोटो चाहिए वो हमारे पास से आसानी से मनचाहे मॉडल्स के, वस्तुओ के फोटोज ले सके ये उस वेबसाइट का मकसद था।
आज के समय पर जितने भी होर्डिंग, न्यूजपेपर के अडव्हर्टाइज में माॅडेल्स के फोटो दिखते हैं। उसमें से ज्यादातर फोटो संदीप माहेश्वरी जी के ‘Images Bazaar’ से लिए जाते है।
संदीप माहेश्वरी जी आज के समय पर सबसे बड़े मोटिवेशनल स्पीकर में से एक हैं। लेकिन वो मोटिवेशनल सेमिनार से किसी भी तरह से पैसे नहीं कमाते।
मोटिवेशनल स्पीकर बनने की शुरुआत
अब सब कुछ सही चल रहा था। लेकिन उनके मन में था कि, मैंने जिस तरह से जीवन मे संघर्ष किया है, वैसा बाकी लोगों को करना ना पड़े।
मैं मेरे अनुभव लोगों के साथ शेअर करता रहूंगा, जिससे लोगों को जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है, ये बता पाऊंगा।
लेकिन शुरुआत के दिनों में संदीप माहेश्वरी जी मोटिवेशनल स्पीच देने के लिए पुणे के एक काॅलेज में आए थे।
सामने स्टूडेंट बैठे थे, संदीप माहेश्वरी जी बोलने के लिए खड़े हुए।
लेकिन उन्हें क्या बोलना था, वो कुछ भी याद नहीं आ रहा था।
ये बात सामने बैठे कुछ स्टूडेंट को समझ आयी।
और सामने से किसी ने बोला सर (You Can Do It) आप कर सकते हो।
संदीप सर ने कुछ सेकंड के लिए आपनी आँखें बंद करके सोचा।
मैं यहां पर स्पीच देता हूँ तो मैं मोटिवेशनल स्पीकर के नाम से जाना जाऊंगा।
लेकिन यहां से बिना स्पीच दिये वापस लौट जाता हूँ तो, मेरे लिए फिर से स्टेज पर खड़ा रहाना मुश्किल हो जाएगा।
और उसके बाद आगे जो कमाल हुआ वो हम सब अभी देखते है।
मुश्किलों के बाद भी जीवन को आसान है.. कहकर जीने का आसान तरीका बताने वाले संदीप माहेश्वरी जी को धन्यवाद।
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