मानसिक रूप से मजबूत व्यक्तियों की ये 13 आदतें जो हमें जरूर जाननी चाहिए

मानसिक रूप से मजबूत व्यक्तियों की ये 13 आदतें

दोस्तों, हमारे आस-पास बहुत से लोग हैं जो मजबूत दिमाग वाले हैं, मानसिक रूप से मजबूत हैं, चाहे स्थिति प्रतिकूल हो या अनुकूल, उनके चेहरे पर कोई तनाव नहीं है, उनका उत्साह बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होता है।

वे कभी भी जल्दबाजी में गलत निर्णय नहीं लेते हैं, वे भ्रमित भी नहीं होते।

क्योंकि उन्होंने अपने मस्तिष्क को इस प्रकार से मजबूत और काबिल बनाया है कि उन्हें सही और सटीक निर्णय लेने का अनुभव प्राप्त हो जाता है।

ऐसीही कुछ तरह आदतों के बारे चर्चा आज के इस लेख में हम करेंगे।

मनुष्य अपनी आदतों का गुलाम होता है। हममें अच्छी बुरी हर तरह की आदतें होती है। महत्वपूर्ण यह है कि हम अपनी अच्छी और बुरी आदतों की पहचान कैसे करें…..

अपनी कमियों को पहचान लेना आधी जंग जीत लेने के बराबर होता है।

आज मैं उन लोगों के 13 आदतों से आपका परिचय करवाता हूं, जो मानसिक रूप से मजबूत हैं।

अगर इन आदतों को आप भी अपनाए तो निश्चित रूप से आप भी मानसिक रूप से मजबूत हो जाएंगे।

तो आइये जानें क्या है ये आदते।

1) वे अपनी गलतियों के बारे में दोषी महसूस करने में कभी समय बर्बाद नहीं करते हैं:

दोस्तों हमें अपनी गलतियों को दूसरों पर थोपने की एक बहुत ही बुरी आदत है। समझदार और मानसिक रूपसे मजबूत व्यक्ति कभी अपनी गलतियों को दूसरों पर नहीं थोपता। और खुदसे हुई गलती की जिम्मेदारी खुद लेके उससे सिख लेके आगे बढ़ता है। गलतियोंके लिए खुद को कोसने में वक्त बर्बाद नहीं करता। वह हमेशा अपनी गलतियों का अहसास कर लेता और यह उनकी सबसे बड़ी खूबी होती है।

2) वे कभी भी अपनी शक्ति को कम नहीं आंकते:

मानसिक रूप में मजबूत व्यक्ति अपनी क्षमताओं से भली भांति परिचित होते हैं।

क्रिकेट के मैदान पर आप अक्सर हमारे देश के महान खिलाडी एम. एस. धोनी को देखते होंगे। आखिरी गेंद पर भी वो जीत का छक्का मार देते हैं।
उन्हें अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा होता है।

वो कभी नहीं डरते कि आखिरी गेंद कैसे आएगी, शॉट लगेगा या नहीं, इसलिए जल्दबाजी करके मैच ख़तम कर दें।

ऐसा धोनी इसलिए कर पाते हैं क्योंकि वो मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं, उन्हें अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।

एक quote कुछ इस प्रकार हैं।

“अपने आप को तुच्छ समझना आत्महत्या करना है।”

कोई भी काम करते समय हमेशा सकारात्मक विचारों को ध्यान में रखें, कभी नकारात्मक न हों।

3) वो हमेशा सकारात्मक और मेहनती होते हैं:

अगर हम आलसी होंगे तो हम मानसिक रूप से कभी मजबूत नहीं हो सकते। सोए सोए हम सपना देख लेते हैं कि हम ये करेंगे हम वो करेंगे लेकिन क्रियान्वन कुछ नहीं कर पाते। हमारे अंदर भले ही काफी ज्यादा क्षमता हो लेकिन अगर हम अपनी पॉवर का utilize नहीं करेंगे तो हम कभी मानसिक रूप से मजबूत नहीं हो सकते।

मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति हमेशा सकारात्मक रहते हैं।और मेहनती होते है।

5) हर किसी को खुश रखना संभव नहीं है:

समझदार लोग अपना सिद्धांत बनाकर चलते हैं और अपने सिद्धांत से कभी वो समझौता नहीं करते।

अगर उनके सिद्धांत से कोई नाराज हो जाता है तो भी वो उसको महत्व नहीं देते। क्योंकि हर किसी को खुश रखना संभव नहीं है।

मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति यदि किसी से गुस्से भरी बातें भी सुन ले तो वो नाराज़ नहीं होता और दुखी नहीं होता। बल्कि अपनी गलतियों को समझ कर उसे मान लेता है और sorry बोल देता है।

इसलिए अगर कोई आपसे दुखी है तो अपने सिद्धांतों से समझौता न करें। बल्कि ईमानदार रहें। अच्छे और बुरे लोग आपको जीवन के हरेक छोर पर मिलेंगे।

मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति की ये आदत उन्हें सबसे अलग बनाती है।

6) वे सोच-समझकर जोखिम लेने से नहीं डरते:

जो व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होता है अपनी काबिलियत पर उन्हें भरोसा होता है। वो सोच समझ कर जोखिम लेने से नहीं डरते।

आपको कुछ खास करने की हिम्मत रखनी होगी। मानसिक रूप से मजबूत लोग अपनी पीड़ा और कमियों को दूर करने के लिए साहस के हथियार का उपयोग करते हैं।

7) वे अतीत की अच्छी और बुरी यादों में नहीं फंसते:

“अतीत कितना भी कठिन क्यों न हो, आप हमेशा फिर से शुरू कर सकते हैं”! – गौतम बुद्ध

यदि हमें अतीत में आनन्दित होने की आदत है, तो यह हमारे लिए हानिकारक है। मान लीजिए कि अतीत में हमारे साथ कुछ बुरा हुआ है, अब “ऐसा क्यों हुआ?” “ऐसा क्यों हुआ?” “गलती किसकी थी?” “मुझे ऐसा क्यों भुगतना पड़ा?” नॉन-स्टॉप ट्रेन, जो यहाँ से शुरू हुई थी, “मेरी किस्मत ही खराब है।” इस कन्क्लूजन पे आके रूकती है।

जो घटनाएं हुई हैं, उन पर इस तरह के जांच आयोग का गठन करके अपनी अमूल्य ऊर्जा खर्च करना बेकार है। जो भी हुआ, उसे अब भूल जाओ! नए दिन की शुरुआत नई उम्मीद के साथ करें।

8) वे गलतियों से सीखते हैं, वे वही गलतियाँ नहीं दोहराते हैं:

गलतियाँ अक्सर लोगों द्वारा की जाती हैं। उन गलतियों को स्वीकार करने और उन्हें सुधारने में समझदारी है। आप जितनी अधिक गलतियाँ करेंगे, आपके सफल होने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।

एक प्रसिद्ध दार्शनिक ने कहा था, “बहुत सारी गलतियाँ करो, बेहतर गलतियाँ करो, स्पष्ट गलतियाँ करो, और शर्म की भावना से बाहर निकलो और गलतियों के बारे में उत्सुक रहो! हर गलत रास्ता सही रास्ते पर ले जाता है।

9) वे दूसरों द्वारा प्राप्त सफलता का सम्मान करते हैं:

मानसिक रूप से मजबूत लोग दूसरों पर नहीं जलते हैं, वो सफल व्यक्तियों से सीख लेते हैं।

खुले दिल से, वे सराहना करते हैं। क्योंकि उनमें हीनता की भावना नहीं होती।

10) असफलता के बाद, वे दोगुनी ताकत के साथ खड़े होते हैं, मैदान से भागते नहीं हैं:

मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति ऐसे विचारों का वातावरण बना लेते हैं, कि उन्हें उनके फैसले से एक भी कदम पीछे हटना मंजूर नहीं होता है।

उन्हें अपना लक्ष्य पता होता है चाहे कितनी भी परेशानियों का सामना करना पड़े वो मैदान छोड़ कर नहीं भागते।

11) अकेलेपन में भी खुद जीना सीख लेते हैं:

मजबूत मानसिकता वाले व्यक्तियों को अकेलापन कभी नहीं सताता। वो बन्द कमरे में भी बड़े आनंद से रह सकते हैं।

12) उन्हें दुनिया के बारे में कोई शिकायत नहीं है:

यह संसार, यह ब्रह्माण्ड उस ईश्वर की रचना है, यहाँ का प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक वस्तु उसी के द्वारा बनाई गई है, इसलिए यह कैसे खराब हो सकती है?

मजबूत मानसिकता वाले व्यक्ति कभी किसी से नाराजगी नहीं रखते, और दुनिया की शिकायत नहीं करते।

13) वह लंबे समय तक भी परिणाम की प्रतीक्षा करने के लिए तैयार होते हैं:

एक कुतिया और एक हथिनी दोनों मित्र थी। दोनों लगभग एक साथ ही गर्भवती होती हैं।

6 महीने बाद कुतिया कई बच्चे को एक साथ जन्म देती हैं और खुश होकर हथिनी से पूछने जाती है तुम्हारे बच्चे क्यों नहीं जने अभी तक ?

हथिनी कोई जवाब नहीं देती।

दुबारा अगले 6 महीने बाद फिर कुतिया जाती है हथिनी से यही पूछने तो हथिनी फिर चुप चाप सुन ली।

लेकिन जैसे ही तीसरी बार उस हथिनी के पास जाती है। इस बार हथिनी ने जवाब दिया।

मेरा बच्चा जब जन्म लेगा तो ये धरती को अहसास होगा कि किसी हथिनी ने बच्चे को जन्म दिया है। मेरा बच्चा जब रोड पर चलेगा तो दूर दूर तक गाडियां रुक जाएगी इसलिए समय तो लगेगा ।

तो दोस्तों इस कहानी के माध्यम से मैंने आपको बताने की कोशिश की है। की अच्छे परिणाम के लिए आपको अच्छा समय भी देना होगा।

इसलिए जल्दबाजी न करें। मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति ऐसे समय देने के लिए निरंतर तैयार होते हैं।

तो ये मानसिक रूप से मजबूत लोगों की तेरह आदतें थीं! …

मेंटल स्ट्रेंथ टेस्ट में आपका स्कोर तेरह में से क्या है? टिप्पणियों में लिखें।

धन्यवाद!….

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