किस भी फील्ड में मास्टरी का 10,000 घण्टे का नियम
दोस्तों हम ये बहुत अच्छी तरह से जानते हैं की हमें जीने के लिए एक ही ज़िंदगी मिली है, और उस ज़िंदगी में केवल कुछ ही साल होते हैं जो पलक झपकते ही खत्म हो जाते हैं।
हम सभी के कुछ सपने होते हैं, जो हम खुली आँखो से देखते हैं, जिनको पुरा करना हम सभी की ज़िंदगी का aim होता है। पर अफसोस हम में से केवल कुछ ही लोग होते हैं जो अपने अंतिम पलो में खुद से आँख मिला कर कह पाते हैं की yes I made it, हाँ मैंने कर दिखाया।
अधिकतर लोग अपने अंतिम पलों में अपनी dream लाइफ को पुरा ना जी पाने का regret ढोते हैं। दोस्तों क्या आप जानते हैं की एक dream लाइफ कब reality बनती है?
एक dream लाइफ तब reality बनती है जब हम अपने field के मास्टर होते हैं, जब हमारी field में हमारे जैसा कोई दूसरा ना हो। हमारा field चाहे जो भी हो, खेलना, लिखना, पढ़ाना, या खाना बनाना हमें उसका Master होना चाहीये।
अब यहाँ सवाल उठता है की क्या कोई इंसान अपने field का Master पैदा होता है या बनता है?
हम कई बार ये सोचने लगते हैं की हर वो इंसान जो अपने field में Master है, उसमें ये खूबियाँ जन्म से ही होंगीं पर रुकिए यहाँ हम पूरी तरह से सही नहीं हैं।
ये संभव है की कई ऐसे लोग होंगे जो जन्म से ही किसी चीज़ में बहुत अच्छे हों। पर ऐसा होना बहुत ही कम संभव है। यहाँ एक बात जानना बहुत ज़रूरी है की हम जन्म से एक्सपर्ट हो या ना हो practice से जरूर बन सकते हैं।
हम example के तौर पर तेंदुलकर को ले सकते हैं, जिन्हे लोग God of cricket कहते हैं, उन्होंने क्रिकेट को अपनी लाइफ का एक बहुत बड़ा भाग समर्पित कर दिया, कड़ी मेहनत की तभी जाकर वो अपने field के भगवान बन सके।
इसी कड़ी मेहनत को Malcolm Gladwell ने अपनी किताब “Outliers:the story of success“ में define करते हुए इसे एक नम्बर का रूप दिया है और वो नम्बर है 10000 hour rule, जिसके बारे में हम आगे इस अर्टिकल में चर्चा करेंगे।
इस से पहले की हम ये चर्चा करे की क्या है ये 10000 hour rule और इस से हम किसी field के expert कैसे बने, हम पहले ये समझने का प्रयास करेंगे की हमें अपने field का master होना क्यों ज़रूरी है।
1) अगर हम अपने field के Master होंगे तो हम अपने मन के अनुसार जी पाएंगे। इसका मतलब है की हम अपनी ideal life ko achieve कर पाएंगे। यहाँ सवाल ये उठता है की, किस लाइफ को ideal लाइफ कहते हैं। Ideal लाइफ ऐसे लाइफ है जो हमारे मन मुताबिक हो, जिस लाइफ को हम enjoy कर सके, जो हमें बोझ ना लगे।
2) ऐसे log जो अपने field के Master होंगे उन्हे कभी काम की कमी नहीं होगी। ऐसे लोगो के पास काम खुद चलकर उनके पास आता है ना की उन्हें काम की तलाश में दर दर की ठोकरे खानी पड़ती है।
3) ऐसे लोगों को society में respect मिलती है। चाहे आप Doctor हो teacher हो या plyer हों अगर आप अपने field मे एक्सपर्ट हैं तो society में आपको एक अलग दर्जा दिया जाता है, लोग आपकी respect करते है।
किसी field के एक्सपर्ट बनने से पहले कुछ सवाल खुद से हमें करने पड़ते हैं :
A) पहला की हमें किस field का एक्सपर्ट बनना है
B) दूसरा की हमें कितने समय में अपने field का एक्सपर्ट बनना है।
जैसा की हम पहले ही ये बात कर चुके हैं की हमारा यह आर्टिकल Gladwell के 10000 hour rule को discuss करते हुए ये बताएगा की हम किसी field के एक्सपर्ट कैसे बने? तो आइये चर्चा करते हैं।
Gladwell जो एक बहुत ही famous writer हैं उन्होंने अपनी किताब “outliers :the Story of success “ में लिखा है की अगर हमें किसी field का Master बनना है तो हमें अपने उस काम को 10000 घण्टे करना होगा।
अगर हम इस बात को सिंपल वर्ड्स में कहना चाहे तो कह सकते हैं की Gladwell किसी field का Master बनने के लिए 10000 घण्टे practice का एक फॉर्मूला देते हैं।
इस किताब में उन्होंने कहा है की का आपका यह effort आपको अपनी लाइफ में success की ओर ले जाता है।
हम सभी शुरू से ही जानते हैं की कड़ी मेहनत का दूसरा कोई विकल्प नहीं होता, बिना मेहनत के कोई भी इंसान लाइफ में success को नहीं पा सकता तो इसमें नया क्या है।
Gladwell ने कड़ी मेहनत की बात तो की है साथ ही इसे एक आंकडा भी प्रदान किया है, ये आंकडा है 10000 घण्टे का। 10000 घण्टे का यह फॉर्मूला आपके हार्ड वर्क को smart वर्क में बदल देता है ।
10000 hours का ये rule हमारे साधारण aim को smart aim में बदल देता है क्योंकि इससे हमें सही direction मिलती है की कितनी मेहनत करनी है। यहाँ एक बात ध्यान देने वाली है की यह practice आपको केवल सफलता दिलाने के लिए नही है बल्कि आपको अपने field का exceptional बनाने के लिए है।
यहाँ इस रूल में सबसे important point है deliberate practice, यानी महारथ हासिल करने के लिए जान बुझ कर उस काम को करना। क्योंकि बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो जबर्दस्ती या यूँही किसी कम को करते हैं पर जो लोग Master होते हैं वो इसी aim के साथ कोई काम करते हैं की उसमें उन्हें मास्टरी करनी है।
ऐसे लोग बड़े बारीकी से उस काम को करते और उसे समझने का प्रयास करते हैं, लगातार अपनी कमियों को दूर करते जाते हैं और खुद को improve करते जाते हैं।
ऐसे लोग कभी खुद से satisfy नही होते और लगातार effort करके खुद को और बेहतर बनाते जाते हैं। हम यहाँ महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का example ले सकते हैं वो 16 साल की उम्र से भारत के लिए खेलते हैं, उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में कहा था की वो तबसे क्रिकेट खेल रहे हैं जब उन्होंने अच्छे से अपने बल्ले तक को पकड़ना नहीं सिखा था।
एक अनुमान लगाए तो हम ये मान सकते हैं की उन्होंने 6 वर्ष की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू किया होगा। 16 साल की उम्र तक अगर उन्होंने 3 घण्टे भी क्रिकेट को दिया तो भी उन्होंने इन 10 सालों में 10000 घण्टे क्रिकेट खेला होगा।
तो practice करे और खुद को अपनी field का Master बनायें। Hope आपको इस आर्टिकल से अपनी लाइफ plan करने और उसे एक सही direction देने मे help मिले, और आप अपनी success journey में निकल पड़े।
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