ऑटोमोबाइल सेक्टर में महिंद्रा के दबदबे से अफ्रीकी देशों में बिलबिला रहा है चीन!
दक्षिण अफ्रीका में आर्थिक मंदी के बाद भी महिंद्रा ने मजबूत ग्रोथ हासिल कर, चीनी कंपनियों को भारी नुक़सान पहुंचाया।
भारतीय उद्योगपति आनंद महिंद्रा की कम्पनी लगातार भारत ही नहीं विदेशों में भी अपनी मजबूत पकड़ बना रही है।
महिंद्रा की हरेक विदेशी इकाई हर बार आशा से अधिक अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
आर्थिक नरमी के कारण,
ट्रैक्टरों की बिक्री में भारी गिरावट के बावजूद महिंद्रा ने पिकअप वाहनों और पैसेंजर वाहनों की बिक्री में काफी तेजी से पकड़ बना लिया।
और मजबूत वृद्धि दर्ज की है।
साउथ अफ्रीका के ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग संगठन के मुताबिक इस वर्ष साउथ अफ्रीका में गाड़ियों की बिक्री में 5% की गिरावट दर्ज की गई।
लेकिन इस मंदी में भी महिंद्रा 30.2% की ग्रोथ लेकर मजबूती दर्ज की है।
संगठन ने कहा महिंद्रा अफ्रीका में नए रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही है।
क्यों प्रसिद्ध हो रहा है साउथ अफ्रीका में महिंद्रा??
महिंद्रा के ट्रैक्टर, पिकअप अथवा अन्य वाहन काफी मजबूती के लिए जाना जाता है।
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुई थी जिसमे महंगी गाड़ी जैग्वार सड़क पर बारिश के पानी के बीच फंस गई थी, वहीं कुछ देर बाद महिंद्रा का बोलेरो काफी आसानी से सड़क पर पानी को चीरती हुई चली आयी।
सोशल मीडिया यूजर्स ने उस पर काफी चुटकियां भी ली, जैग्वार का मज़ाक भी उड़ा दिया।
वहीं अन्य वीडियो एक राजस्थान से वायरल हुई जिसमें महिंद्रा का एक पिकअप काफी ज्यादा ओवरलोड के बावजूद रेगिस्तान में मस्ती भरी चाल चल रही थी।
आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। इसे देख कर भारतीय उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर पिकअप को “रेगिस्तानी उंट” की उपमा दी थी।
मजबूती में लाजवाब महिंद्रा हमेशा अपनी गाड़ियों को अफोर्डेबल price में ही लॉन्च करती है।
महिंद्रा का आधारभूत संरचना विश्व स्तरीय है। यही वजह है कि महिंद्रा विदेशी जमीन पर भी धमाल मचा रही है।
महिंद्रा का अफ्रीका में काफी बड़ा इंफ्रस्ट्रक्चर है। यही कारण है कि महिंद्रा का प्रोडक्शन cost काफी कम होता है।
साउथ अफ्रीका को एक्सपोर्ट हब बनाने जा रही है महिंद्रा
इस region में महिंद्रा साउथ अफ्रीका से काफी ज्यादा गाडियां एक्सपोर्ट करती है। साउथ अफ्रीका की सरकार का महिंद्रा को पूर्ण समर्थन प्राप्त है।
क्यों पिछड़ रही चीनी कंपनियां
भारतीय कूटनीति और महिंद्रा जी की क्वालिटी के आगे चीनी कंपनियां विवश नजर आ रही हैं। साउथ अफ्रीका के भारत के साथ राजनयिक संबंध काफी अच्छे हैं। साउथ अफ्रीका भारतीय ब्रांड को प्रमुखता से देश में बढ़ावा देती है।
साथ ही महिंद्रा के आगे कोई भी चीनी कम्पनी क्वालिटी में बेहतर नहीं है। साथ ही चीनी कंपनियों का प्रोडक्शन कॉस्ट भी महिंद्रा से ज्यादा है।
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