ओमिक्रोन वायरस के लक्षण, कारण, बचाव और इलाज
ओमिक्रोन वायरस के लक्षण, कारण, बचाव और इलाज [Omicron Variant Symptoms, Causes, Precautions and Treatment in Hindi]
एक तरफ दुनिया के ज्यादातर देशों में लोगों ने कोरोना बीमारी से लड़ने के लिए वैक्सनैशन करवा लिया है वहीं दूसरी तरफ कोरोना के एक नए रूप, जिसे Omicron कहा जा रहा है, ने दुनिया में अपनी दस्तक दे दि है।
कोरोना के इस नए रूप को पहले के रूपों की तुलना में अधिक घातक माना जा रहा है और यह ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों में तेजी से अपने पैर पसार रहा है।
हैरानी की बात तो यह है कि इससे पीड़ित लोगों में से 50 प्रतिशत लोगों में कोरोना के पुराने रूपों के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए हैं।
यह नया रूप भारत में भी तेजी से अपने पैर पसार रहा है, इसलिए इसके बारे में लोगों को जानकारी होना बेहद आवश्यक है। चलिए जानते हैं क्या हैं ओमायक्रोन के लक्षण, कारण और इससे बचाव के तरीके-
1. ओमिक्रोन वेरिएंट क्या है [what is Omicron]
जो लोग नहीं जानते हैं कि ओमायक्रोन क्या है तो उन्हें बता दें कि यह कोरोना वाइरस का एक नया रूप है जिसे november 2021 में सबसे पहले south africa में detect किया गया।
2. ओमायक्रोन के लक्षण [Symptoms]
ओमायक्रोन के लक्षण कोरोना के पुराने रूपों से कुछ हद तक भिन्न हैं। इस बीमारी के लक्षणों को 3 categories में बाँट सकते हैं जो इस प्रकार हैं-
a. सामान्य लक्षण [Common Symptoms]
ओमायक्रोन के मरीजों में बुखार, खांसी, थकान, और बेस्वादपन और smelllessness की शिकायत पाई गई है।
b. कम सामान्य लक्षण [Less common symptoms]
ओमायक्रोन के patients में ऊपर बताए गए सामान्य लक्षणों के अलावा भी कुछ और लक्षण पाए गए हैं जो उनकी तुलना में थोड़े rare हैं-
गला खराब होना, सिरदर्द होना, शरीर में दर्द होना, डायरिया, स्किन पे rash होना और हाथों की उंगलियों के रंगहीन हो जाना भी ओमायक्रोन के लक्षण हों सकते हैं।
c. गंभीर लक्षण [Serious Symptoms]
ओमायक्रोन बीमारी अगर serious stage में पहुँच जाती है तो इसके लक्षण भी गंभीर हो जाते हैं। सांस लेने में समस्या, या हल्की साँसे लेना, बोलने में लड़खड़ाना, छाती में दर्द और दिमाग में कन्फ़्युशन होना, भी इसकी गंभीरता के लक्षण हो सकते हैं।
3. ओमायक्रोन से बचाव [Precautions]
ओमायक्रोन भी कोरोना वाइरस का ही एक प्रकार है इसलिए यह भी ठीक उसी तरह से फ़ैल रहा है जिस तरह से कोरोना के दूसरे variants फैल रहे थे।
इसलिए इससे भी उसी तरह बचाव किया जाना चाहिए जैसा कि हम कोरोना के पहले के variants से कर रहे थे, जो इस प्रकार हैं-
a. बहुत अधिक भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
b. घर से बाहर जाएँ तो हमेशा mask पहनें रहें।
c. सेनेटाइज़र का प्रयोग समय-समय पर करते रहें।
4. ओमायक्रोन का इलाज [Treatments]
कई researchers का मानना है कि कोरोना की मौजूदा वैक्सीन ओमायक्रोन वेरीअन्ट पर भी प्रभावी है हालांकि कई अन्य शोधकर्ताओं ने इस बात को खारिज किया है।
खैर जो भी हो, ओमायक्रोन से भी ठीक उसी प्रकार सावधानी बरतना जरूरी है जिस प्रकार हमने कोरोना के पिछले variants के साथ बरती है। सावधान रहें, सुरक्षित रहें..
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