शादी के केवल 10 माह बाद ही बिछुड़े और फिर मिले 72 साल बाद, न रोक पाए आंसू
आपने शाहरुख खान और प्रीती जिंटा की वीर जारा फिल्म तो देखी ही होगी। यह फिल्म 2004 में आई थी। आने के बाद इस फिल्म ने बाॅक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था।
इस फिल्म में शाहरुख खान और प्रीति जिंटा को आपस में प्रेम हो जाता है लेकिन परिस्थितिजन्य वे एक-दूसरे से बिछुड़ जाते हैं लेकिन उन्हें अपने प्यार पर भरोसा होता है और वे 20 साल बाद एक-दूसरे से मिल जाते हैं।
आज हम आपको वीर जारा से ही मिलती जुलती कहानी लेकर आए हैं। आप इसे कहानी की तरह पढ़ सकते हैं लेकिन ये कहानी है नहीं ये सच्चाई है।
यह कहानी है कन्नूर की 85 वर्षीय शारदा की और 93 वर्षीय ई. नारायणन की। ये दोनों शादी के 72 साल बाद एक दूसरे को मिले जबकि ये शादी के 10 माह बाद ही बिछुड़ गये थे।
असल जिंदगी के वीरजारा की कहानी क्या है ?
बात है सन 1946 की जब ई. नारायणन और शारदा की शादी क्रमशः 17 और 13 वर्ष की आयु में हुई थी। लेकिन शादी को एक साल भी नहीं बीता और दोनों को 72 साल तक एक दूसरे के बिना रहना पड़ा।
हुआ यह कि नारायणन और उनके पिता एक किसान आंदोलन का हिस्सा थे और पुलिस दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी थी जिस कारण वे भूमिगत हो गये थे।
लेकिन फिर भी लगभग दो महीने के अंदर पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। पुलिस ने नारायणन की पत्नी शारदा और उनकी माँ को भी पकड़ने की कोशिश की लेकिन वे दोनों भाग निकलीं।
इस घटना के नारायणन दुबारा शारदा को न मिल सके हालाँकि शारदा ने और उनके परिवार वालों ने नारायणन बहुत तलाशने का प्रयास किया लेकिन ऐसा हो न सका।
इसके बाद शारदा ने भी उनकी वापसी की आस छोड़ दी। कुछ दिनों बाद शारदा के घरवालों ने शारदा की शादी दूसरी जगह कर दी।
शारदा ने खुद को माहौल के हिसाब से ढाल लिया और दूसरी शादी से खुश रहने लगी। शारदा के 6 बच्चे हुए जिनमें से 2 की मौत हो चुकी थी।
जब शारदा की उम्र 72 साल की हुई थी तो उनके एक बेटे भार्गवन को उनके पहली शादी के बारे में पता चला तो उसने ठान लिया कि वो एक न एक दिन अपनी माँ को उनके पहले पति से जरूर मिलाएगा।
उधर जेल में नारायणन पर भी जेल में हमला हुआ था जिसमें उनके पिता तो चल बसे लेकिन वे किसी तरह बच गये। 1956 में नारायणन को जमानत मिल गई। जेेल से बाहर आकर जब उन्हें बहुत ढूँढने पर भी शारदा न मिली तो उन्होंने दूसरी शादी कर ली।
शारदा का बेटा भार्गवन अपनी माँ की पहली शादी के बारे में सब जानता था। भार्गवन ने तो नारायणन के कुछ रिश्तेदारों से भी जान-पहचान कर ली थी।
जब शारदा के बेटे भार्गवन ने अपनी माँ से कहा कि वो उनको नारायणन यानि उनके पहले पति से मिलवाना चाहता है। उनकी माँ शारदा ने किसी कीमत पर नारायणन से मिलने से मना कर दिया था।
लेकिन भार्गवन ने अपनी माँ को किसी तरह मना लिया। फिर भार्गवन ने 72 साल बाद नारायणन और शारदा को मिलवाया।
72 साल बाद जब वे दोनों एक दूसरे से मिले बहुत देर तक एक-दूसरे से बोले ही नहीं थे बस घूरे ही जा रहे थे। बोल भले ही नहीं रहे थे लेकिन दोनों की आँखों आंसू थे।
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